आईआईवीआर की पंचवार्षिक समीक्षा बैठक में बीज नेटवर्क किसानों की बीज उपलब्धता की समस्या का समाधान

Thu, 12 December 2024

एक संस्थान के रूप में आईआईवीआर की प्रगति, उपलब्धियों, एवं भविष्य की योजनाओं की छःवार्षिक समीक्षात्मक बैठक शाहंशाहपुर कैंपस में प्रारंभ हुई। केरल कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ पी राजेंद्रन की अध्यक्षता में प्रारंभ हुई संस्थान की इस महत्वपूर्ण बैठक में कार्यकारी निदेशक डॉ नागेंद्र राय ने आईआईवीआर की उपलब्धियों के विषय में जानकारी दी। संस्थान के विभागों की ओर से डॉ अनंत बहादुर, डॉ ए एन सिंह और डॉ जगेश तिवारी ने उपलब्धियों के बारे में बताया और पूर्व में सम्पन्न हुई बैठक में दिए गए सुझावों पर किये गए कार्यों का विवरण दिया। क्यूआरटी के अध्यक्ष डॉ राजेंद्रन ने इस अवसर पर कृषि और खासकर सब्जी फसलों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया जिन पर वैज्ञानिकों और पालिसी बनाने वालों को चिंतन की आवश्यकता है। इन मुद्दों में किसानों को अच्छे बीज की उपलब्धता के लिए बीज नेटवर्क की स्थापना, शहरी बागवानी हेतु बीज के मिनी किट की उपलब्धता की आवश्यकता, एवं संकर बीज उत्पादन को बढ़ाने हेतु पालेन बैंक के विकास पर जोर देने की जरूरत बताई गई। कमेटी में सदस्य बिधानचंद्र कृषि विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल के डॉ प्रनब हाज़रा ने युवाओं को सब्जियों से जुड़ी मूल्य श्रृंखला में उद्यमी बनाने हेतु प्रेरित करने की आवश्यकता पर बल दिया। सदस्य उपनिदेशक भारतीय चिकित्सा अनुसन्धान परिषद हैदराबाद के डॉ के भास्कराचार्य ने सब्जियों में पोषक तत्वों का डेटाबेस और किसानों के लिए डिसिजन सपोर्ट सिस्टम विकसित करके सब्जी उत्पादकों तक नवीन तकनीकियों को पहुँचाए जाने पर जोर दिया। समिति के सदस्य बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ हरिकेश बहादुर सिंह ने सब्जियों में किसानों द्वारा इस्तेमाल होने वाले रसायनों को कम करने हेतु माइक्रोबियल उपायों पर जोर देने और जैविक खेती के उन्नयन पर जोर देने की आवश्यकता बताई। सदस्य डॉ के पी सिंह ने उच्च गुणवत्ता की टेक्नोलॉजी को किसानों तक ले जाने के लिए उचित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को चलाने की सलाह दी। प्रधान वैज्ञानिक डॉ नीरज सिंह ने संस्थान द्वारा किसान हित में किये जा रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। एआईसीआरपी के अध्यक्ष डॉ राजेश कुमार ने टीम के समक्ष सब्जियों की देशव्यापी परियोजनाओं की कार्यवृत्ति पर विवरण प्रस्तुत किया। टीम के सदस्य सचिव डॉ आर के दुबे ने टीम के सदस्यों को सब्जी उत्पादन के अनुसंधान प्रक्षेत्र सहित प्रयोगशालाओं का भ्रमण कराया और पूर्व की समिति के सुझावों पर किये गए कार्यों का विवरण दिया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेश कुमार ने किया।