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भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
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कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयMINISTRY OF AGRICULTURE AND FARMER'S WELFARE
अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (सब्जी फसलों) की 39 वीं वार्षिक बैठक |
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में दिनांक 07 से 09 सितम्बर, 2021 को आयोजित 39वीं अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (सब्जी फसलों) की तीन दिवसीय समूह बैठक में सब्जियों के अनुसंधान व विकास के संदर्भ में देष के मानें जाने कृषि वैज्ञानिकों ने विस्तार से चर्चा की तथा विगत वर्ष में किये गए अनुसंधान परीक्षणों की बृहद रूप से विवेचना की गयी। इस परियोजना के अन्तर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विभिन्न संस्थानों व राज्य कृषि विष्वविद्यालयों द्वारा विकसित सब्जी किस्मों, संकरों व तकनीकों का मूल्यांकन किया जाता है यह एक अनवरत प्रक्रिया है। इस समूह बैठक में उप-महानिदेषक (उद्याान विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली की अध्यक्षता में गठित समीति ने तीन वर्षों के परिक्षणों एवं इनके मूल्यांकन के फलस्वरूप विभिन्न सब्जी फसलों की कुल 20 किस्मों/संकरों को खेती के लिये देश के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में विमोचन व अधिसूचना के लिये चिन्हित किया गया, जिसमें 10 मुक्त परागित किस्में, बैंगन (लम्बा) एवं बैंगन (छोटा गोल), फ्रेंच बीन (असीमित बढ़वार) की एक-एक, सेम (बौनी) की दो, मटर (अगेती), मटर (मध्य), नसदार तोरई तथा चिकनी तोरई की एक-एक किस्में; 9 संकर किस्में जिसमें बैंगन (लम्बा), टमाटर (सीमित बढ़वार), खरबूज, लौकी, करेला, नसदार तोरई, खीरा की एक-एक तथा मिर्च की दो संकर किस्म तथा भिण्डी की एक पीली शिरा मोजैक विषाणु के लिये रोग रोधी किस्म शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सब्जी उत्पादन की 12, संरक्षित खेती की 5, सब्जी बीज उत्पादन की 5, समन्वित सब्जी कीट प्रबंधन की 6 तथा समन्वित सब्जी रोग प्रबंधन की 2 तकनीकों को देश के विभिन्न कृषि जलवायुवीय क्षेत्रों के लिये संस्तुत किया गया। परियोजना समन्वयक प्रकोष्ठ के प्रभारी डाॅ. राजेश कुमार ने सत्र के अन्त में अतिथियों एंव वैज्ञानिकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। परियोजना समन्वयक एवं निदेशक डाॅ. तुषार कांति बेहेरा, भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने वैज्ञानिकों को बधाई दी।