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भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
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कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयMINISTRY OF AGRICULTURE AND FARMER'S WELFARE
बदलता बनारस - कृषि जागरुकता अभियान
ग्रामसभा : सुईचक, रामरायपुर,बेलौडी,घमहापुर,दयापुर, कनेरी, बसन्तपट्टी,गंजारी
न्याय पंचायत : सुईचक
ब्लाक : आराज़ीलाइन
जिला : वाराणसी
प्रदेश : उत्तरप्रदेश
दिनांक : नवम्बर 29,2018
समिति : डॉ राकेश कुमार दुबे, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं नोडल ऑफिसर
: डॉ वनिथा ऍस ऍम
: श्री अशोक कुमार सिंह
: श्री मनीष पाण्डेय
: श्री सर्वेश कुमार मिश्रा
“बदलता बनारस, कृषि जागरण अभियान” कार्यक्रम के तहत भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा बनारस के ग्रामीण अंचलो में कृषि जागरुकता अभियान द्वारा सब्जीयों सहित कृषि उत्पादन एवं नई तकनीकी का आगाज किया गया | जो बदलते बनारस को नई ऊचाईयों पर ले जाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है | इस कड़ी में नवम्बर 29,2018 गुरुवार को आराजी लाइन ब्लाक के अंतर्गत न्याय पंचायत सुईचक में कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया | इस न्याय पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्रामसभा सुईचक, रामरायपुर, बेलौडी, घमहापुर, दयापुर, कनेरी, बसंतपट्टी एवं गंजारी ग्राम सभा प्रधान एवं उनके प्रतिनिधि सहित लगभग चार सौ किसानो ने बड़े उत्साह के साथ प्रतिभाग किया एवं इस गोष्ठी की प्रसंशा की | कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक डॉ बिजेंद्र सिंह ने किया | अपने संबोधन में निदेशक ने किसानो से उच्च गुणवत्ता वाली प्रजातियों, तकनीको एवं कम लागत से अधिक आय वाली फसलों को लगाने की अपील की | साथ ही वैज्ञानिको के संपर्क में रहकर क्षेत्र के किसान से अपनी उत्पादकता, आय को बढाने की अपील किया | साथ ही साथ फ़सल विविधिकरण पर भी जोर दिया | कार्यक्रम में सब्जियों की संकर प्रजातियों के प्रयोग, कम पानी से अधिक उत्पादन, रोग, कीड़ो, खरपतवार से फ़सल सुरक्षा, मूल्यसंवर्धन आदि विषयों पर संस्थान के डॉ सुधाकर पाण्डेय प्रधान वैज्ञानिक ने जानकारी दिया | गोष्ठी में उत्पादकता बढाने, कृषि लागत में कटौती, लाभकारी आय स्रोत, जोखिम प्रबंधन, सिचाई योजनाओ, कम लागत से होने वाली अल्प प्रचलित सब्जियों (पंखियाँ सेम, ग्वालिन, बाकला, बेबीकॉर्न, स्वीटकॉर्न) जलीय सब्जियां ( कमल, सिंघारा,कलमी साग ) की खेती, इ-बाजार, ग्लोबल मार्केट, नीम कोटेड यूरिया, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, जैविक खेती, फ़सल विविधिकरण,फ़सल बीमा योजना, डेरी, पशुपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खी पालन, हर मेड पर पेड़, बागवानी व मछली पालन जैसी सहायक गतिविधियों से होने वाले लाभ के बारे में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार दुबे ने विस्तार से किसानो को जानकारी दी | डॉ दिनेश सिंह प्रधान वैज्ञानिक, केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ ने फल की वैज्ञानिक विधि से खेती, प्रसंस्करण एवं मूल्य संबर्धन पर विस्तृत प्रकाश डाला | ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधि उपस्थित रह कर केन्द्र व राज्य सरकारों सरकार द्वारा चलाये जा रहे कृषि कार्यक्रमों की प्रशंशा की | उपस्थित किसानो को उच्चगुवत्ता वाली सब्जी बीजो के मिनीकिट का वितरण किया गया | किसानों ने भा. कृ. अनु. प. - भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के इस पहल को काफी सराहनीय बताया, कहा की संस्थान ने बदलते बनारस के परिवेश में एक नया अध्याय जोड़कर किसानो की आय बढाने के लिए सुनहरे पंख लगा रहा है | संस्थान से अधिकारी डॉ पी ऍम सिंह, डॉ जगदीश सिंह, डॉ के के पाण्डेय, डॉ वनिथा एस एम, अशोक कुमार सिंह, पंकज सिंह, सर्वेश मिश्रा, मनीष पाण्डेय एवं मनीष सिंह उपस्थित रहे | संचालन एवं धन्यबाद ज्ञापन नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार दुबे ने किया |