दुगनी आमदनी एवं पोषण सुरक्षा हेतु कृषि जागरूकता अभियान

Sat, 17 November 2018

भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा माननीय श्री राधा मोहन सिंह जी, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, भारत सरकार के दिशा-निर्देशन में माननीय प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में बनारस के विभिन्न ब्लाकों में चलाये जा रहे दुगनी आमदनी एवं पोषण सुरक्षा हेतु कृषक जागरूकता अभियान प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत दिनांक 16/11/18 को सेवापुरी ब्लाक के न्याय पंचायत बरेमा, रैसीपुर, देयीपुर, हाथी, लरूवई में वैज्ञानिकों एवं विषय वस्तु विशेषज्ञों द्वारा गोष्ठियों का आयोजन किया गया जिसमें ग्राम प्रधानों सहित हर न्याय पंचायत से लगभग पॉच सौ प्रतिभागियों ने भी प्रतिभाग किया। इसमें अन्य संस्थानों से आये आई.आई.डब्ल्यू.वी.आर.., करनाल, आई.आई.पी.आर., कानपुर, एन.बी.ए.आई.एम., मऊ एवं आई.ए.एस., बी.एच.यू., वाराणसी से आये विषय-वस्तु विशेषज्ञों ने सभी किसानों को सम्बोधित किया। विषय वस्तु विशेषज्ञों ने विकसित उन्नतशील प्रजातियों जैसे मिर्च में काशी अनमोल, टमाटर में काशी अमन, बैंगन काशी उत्तम, लौकी में काशी गंगा, लोबिया में काशी निधि एवं काशी कंचन पर प्रकाश डाला। सीमित मात्रा में बायोंफोर्टीफाइड गेहूॅ की प्रजाति चयनित किसानों के यहॉं प्रर्दशन लगाने हेतु वितरित की गयी। संस्थान द्वारा विकसित मटर की काशी नन्दिनी प्रजाति भी किसानों में वितरित की गयी। पोषण सुरक्षा हेतु मौसमी सब्जियों के मिनी किट भी प्रदान किये गये। जिवकोपार्जन हेतु मुर्गीपालन, बकरीपालन, मत्स्यपालन, डेयरी तथा मसरूम की खेती के बारें में भी जानकारी दी गयी तथा उन्हें यह बताया गया कि मृदा परिक्षण के उपरान्त आवश्यक रासायनिक खादों का प्रयोग करें। इस कार्यक्रम का संचालन संस्थान के निदेशक डा. बिजेन्द्र सिंह जी के दिशा-निर्देश में चलाये जा रहे इस अभियान को विविधत अन्य ब्लाकों में कई कड़ियों में वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न स्तरों पर क्रियान्वित किया जा रहा है। सभी ने इस कार्यक्रम को भारत सरकार की किसानों की आय दुगना करने की योजना में एक प्रभावकारी पहल बताया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्री रविन्द्र यादव, श्री लाल बहादुर, श्री दिनेश सरोज, श्री हर्ष विक्रम सिंह, श्री पारसनाथ यादव, श्री शशिकान्त, श्री स्वामी शंकर पटेल, श्री विजय कुमार गुप्ता, श्री उमाशंकर पटेल, श्री अरविन्द पटेल, श्री काली नाथ, श्री रमाशंकर मौर्य, सुश्री शिवकुमारी देवी, सुश्री विनीता देवी, मो. आशिक अली, श्री देवी प्रसाद, श्री सुशील कुमार सिंह सहित बी.एच.यू. एवं संस्थान के अधिकारीगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी सम्मिलित थे। सभी ने वैज्ञानिकों के इस अथक प्रयास को किसानों द्वारा काफी सराहा गया।