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भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
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कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयMINISTRY OF AGRICULTURE AND FARMER'S WELFARE
हिन्दी चेतना मास का समापन समारोह
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में हिन्दी चेतना माह 2018 का समापन समारोह दिनांक 12 अक्टूबर, 2018 को सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नाम की घोषणा की गई एवं विजेता टीम को पुरस्कार प्रदान किये गये। इस समारोह की अध्यक्षता संस्थान के कार्यकारी निदेशक डा. जगदीश सिंह ने की। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अनुराग कुमार, विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में संस्थान में हिन्दी में हो रहे कार्यों की प्रशंसा की। मुख्य अतिथि ने संस्थान में इस कार्यक्रम से संबन्धित विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं के प्रचार-प्रसार की महत्ता को बताया। उन्होने हिन्दी की विज्ञान जगत में उपादेयता बताते हुये हिन्दी में कार्य करने की संकल्पना के प्रति कटिबद्धता का अनुरोध किया। इस अवसर पर संस्थान के कार्यवाहक निदेशक डॉ. जगदीश सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, फसल उत्पादन विभाग संस्थान में हिन्दी में हो रहे कार्यों की समीक्षा की। डॉ. सिंह ने हिन्दी भाषा की सरलता, सहजता एवं विज्ञान में इसके और अधिक प्रयोग के लिये सूचना प्रौद्योगिकी को अपनाने की सलाह देते हुये कहा कि संस्थान में संवैधानिक कार्यों के निर्वहन हेतु हिन्दी में और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है जिससे हमारा संस्थान अन्य लोगों के लिये आदर्श बन सके। डॉ. सुरेश कुमार वर्मा ने राजभाषा प्रकोष्ठ की वार्षिक गतिविधियों की समीक्षा के साथ-साथ हिन्दी चेतना मास-2018 के वृहद कार्यक्रमों को विस्तृत रूप से बताया। उन्होने कहा कि हिन्दी में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं में संस्थान के सभी वर्गों के कर्मचारीगण बड़े उत्साह से भाग लिया एवं हिन्दी में कार्य करने की प्रेरणा भी प्राप्त किया। भविष्य में हिन्दी में कार्य करने की गति में तेजी लाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा किसानों के लिए विकसित तकनीकों को उन तक प्रभावी रूप से पहुचाने के लिए हिन्दी में कृषि साहित्यों का प्रकाशन किया जा रहा है। उनके द्वारा प्रतियोगिता विजेताओं की पुरस्कार राशि उनके बैंक खातों मे देने की अनुसंशा की गई। यदि हम लोग दैनिक जीवन में हिन्दी में हस्ताक्षर या मौलिक लेखन करें और अनुवाद की अबिधारण को नकार दे तो हिन्दी के प्रगामी प्रयोग में बढ़ावा मिलेगा। समारोह का समापन इस संकल्प के साथ किया गया कि संस्थान में दिन-प्रतिदिन रोजमर्रा के सरकारी कार्यां में हिन्दी का अधिकाधिक प्रयोग करने के सार्थक प्रयास करेगें। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. आत्मानन्द त्रिपाठी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. डी. आर. भारद्वाज ने किया।