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भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
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कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयMINISTRY OF AGRICULTURE AND FARMER'S WELFARE
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के तत्वावधान में अनुसूचित जाति उप-योजना का क्रियान्वयन
भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जातियों के लिए “अनुसूचित जाति उप-योजना” प्रारम्भ की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी- रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले अनुसूचित जाति श्रेणी के लोगों को संसाधन प्रदानकर परिवारोन्मुखी योजनाओं के माध्यम से उनके आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। भा0 कृ0 अनु0 प0- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के निदेशक डा0 जगदीश सिंह के मार्ग –दर्शन में वाराणसी, मिर्ज़ापुर, चंदौली एवं मछली शहर के अनुसूचित जाति- बहुल क्षेत्रों में इस योजना को मूर्तरूप देने हेतु वैज्ञानिकों की सात टीमों का गठन किया गया है। इसी क्रम में दिनांक 05-7-2019, 20-7-2019 एवं 26-7-2019 को डा0 आर0 बी0 यादव, डा0 एस0 के0 सिंह, डा0 हरे कृष्ण, डा0 विद्यासागर एवं डा0 रामेश्वर सिंह की टीम द्वारा मिर्ज़ापुर जिले की मड़िहान तहसील अंतर्गत बहुती ग्राम सभा के बरसइता-1, बरसइता-2, गोंड बस्ती, दूबेपुर, मुसरान, एवं घुमचिया पुरवों तथा हरदी मिश्र का चयन करके कुल 163 परिवारों में उनकी जोत एवं मांग के अनुरूप सब्जियों की खेती द्वारा आय में वृद्धि हेतु वर्षा ऋतु में लगाई जाने वाली सब्जियों के बीजों के पैकेट वितरित किए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अधिकांश, विशेषकर, वंचित परिवारों में प्राय: संतुलित भोजन के अभाव के कारण पोषण संबंधी विकारों की समस्या बनी रहती है। इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुये भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न सब्जियों की उन्नत क़िस्मों के बीजों के गृहवाटिका-किट का वितरण भोजन में संतुलित पोषण सुनिश्चित करने हेतु किया गया। साथ ही भोजन में प्रोटीन की आवश्यकता की पूर्ति हेतु, लोबिया एवं सेम के बीजों को भी उपलब्ध कराया गया। पोषण सुरक्षा में विटामिनों एवं खनिज तत्वों के विशेष महत्व को दृष्टिगत रखते हुए सहजन के बीज भी प्रत्येक परिवार को दिये गए। बीज वितरण के साथ ही इन सब्जियों को उगाने एवं इनकी समुचित देख-रेख की जानकारी भी दी गई।
ग्रामसभा बहुती (मड़िहान, मिर्जापुर) में अनुसूचित जाति के परिवारों को सब्जी बीज का वितरण