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भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
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कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयMINISTRY OF AGRICULTURE AND FARMER'S WELFARE
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में हिन्दी चेतना मास का समापन.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में हिन्दी चेतना मास 14 सितम्बर, 2017 से 13 अक्टूबर, 2017 तक उत्साहपूर्ण मनाया गया। समापन समारोह की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डाॅ. बिजेन्द्र सिंह जी ने की। उन्होने कृषि उपयोगी साहित्य लेखन द्वारा किये जा रहे शोध कार्यों को किसानों तक पहुँचाने पर जोर दिया तथा किसानों की समस्याओं के निवारण हेतु हिन्दी में पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से तथा किसान प्रशिक्षण में हिन्दी भाषा में समझाने के लिए अहिन्दी भाषी प्रदेशों से आये वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही संस्थान में हिन्दी में हो रहे कार्यों की समीक्षा की एवम् भविष्य में इसमें और प्रगति लाने पर जोर दिया। राष्ट्रीय स्तर पर इस संस्थान के द्वारा प्रकाशित सब्जी किरण का प्रकाशन हिन्दी भाषा में प्रयोगशाला से कृषि प्रक्षेत्र तक विभिन्न सब्जी उत्पादन पहलुओं को पहुँचाने व प्रसार-प्रसार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। प्रशासनिक कार्यों में सूचना-प्रौद्योगिकी की सहायता से राजभाषा में संवैधानिक दायित्वों का संवहन करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में संस्थान के विभागाध्यक्षों डाॅ. अवधेश बहादुर राय, डाॅ. जगदीश सिंह, डा. प्रभाकर मोहन सिंह जी ने अपने विचार व्यक्त किये। इस हिन्दी चेतना मास में पांच प्रतियोगितायें आयोजित की गई व संस्थान के वैज्ञानिक, प्रशासनिक, तकनीकी, कुशल सहायक कर्मचारी गण, प्रशिक्षणार्थी, शोध अध्येताओं एवं स्थानीय स्कूल के बच्चों ने बड़े उत्साह से प्रतिभाग किया। हिन्दी राजभाषा समिति के सदस्यों डा.ॅ एस.के. वर्मा, डाॅ. डी.आर. भारद्वाज, डाॅ. ए.एन. त्रिपाठी, डाॅ. राजशेखर रेड्डी, डाॅ. रामेश्वर सिंह व श्री सुमित जिन्दल ने अपने उद्बोधन में इस वैश्वीकरण की दौर में हिन्दी भाषा में साहित्य जगत, ज्ञान विज्ञान की दुनिया में हिन्दी में हो रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।