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भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
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कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयMINISTRY OF AGRICULTURE AND FARMER'S WELFARE
छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश के बागवानी विशेषज्ञों हेतु कार्यशाला का आयोजन I
किसानों तक पहुँच बनाने में कृषि विज्ञान केंद्रों की भूमिका अहम
भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी एवं भा.कृ.अनु.प.-अटारी, जबलपुर के संयुक्त प्रयास से मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केन्द्रों के बागवानी विशेषज्ञों की प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन दिनांक 23.07.2024 को भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी में किया गया। इस कार्यशाला में दोनों प्रदेशों के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों के कुल 50 उद्यान विशेषज्ञ सम्मिलित हुए। सभी विशेषज्ञों के अपने जिले में किये गए कार्यो के प्रदर्शन उपरान्त उचित सुझाव हेतु संस्थान के वैज्ञानिको द्वारा मंथन किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं संस्थान के निदेशक डॉ. नागेन्द्र राय ने किसानों के लिये बदलते परिवेश में औद्यानिक फसलें विशेषकर मुख्य एवं अल्पदोहित सब्जियों की खेती कर आमदनी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज की आवश्यकता है कि हम समन्वित पोषण, कीट एवं रोग प्रबंधन पर ध्यान दें जिससे गुणवत्तायुक्त उत्पाद बाहर भेज सकें। कार्यशाला में डॉ. एस.आर.के. सिंह़, निदेशक, अटारी, जबलपुर ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक देश के उत्कृष्ट संस्थान से तालमेल बनाकर नवीनतम तकनीकों को कृषकों को दे तथा लाभ-लागत कम करने हेतु उचित शोध करें। डॉ. अजय वर्मा ने कहा कि निर्यात योग्य सब्जियों को कैसे उत्पादित एवं पैकिंग करें किसान, इस पर बल देने की आवश्यकता है। डॉ. शालिनी चक्रवती ने बताया कि सब्जियों का बीज उत्पादन बहुत आवश्यक है। संस्थान के डॉ. नीरज सिंह, प्रधान वैज्ञानिक ने बताया किसानों को कम समय एवं कम लागत में तैयार होने वाली सब्जियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉ. राजेश कुमार, परियोजना समन्वयक, डॉ. अनन्त बहादुर, विभागाध्यक्ष, फसल उत्पादन एवं डॉ. अरबिन्द नाथ सिंह, विभागाध्यक्ष, फसल सुरक्षा उपस्थिति थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रधान वैज्ञानिक डॉ. डी.आर. भारद्वाज ने किया।