किसान पाठशाला में किसानों को सिखाये गये मिर्च की उन्नत खेती के गुर

Wed, 14 December 2022

भारतीय सब्जी अनुसन्धान संस्थान, वाराणसी द्वारा 9 दिसम्बर 2022 को एक दिवसीय किसान पाठशाला का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से मिर्च के किसानों की आय दुगनी करने के गुर सिखाये गये। पाठशाला के माध्यम से मिर्च उत्पादन एवं सुरक्षा तकनीकों द्वारा किसानों की आय दुगनी करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम को संस्थान के मिर्च प्रक्षेत्र पर आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वाराणसी के आस पास के गावों के लगभग 250 किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर मिर्च द्वारा विविधिकरण, जैविक खेती, मूल्यसंवर्धन, उन्नत प्रजातियों का चयन, कीट, रोग, विषाणु प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा की गयी ताकि मिर्च की खेती पर लगने वाली लागत को कम करके आय में वृधि हो सके। संस्थान के निदेशक डॉ तुषार कांति बेहेरा ने किसानों को उन्नत प्रजातियों के प्रयोग से होने वाले लाभ एवं अच्छी गुणवत्ता के बीजों को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न जानकारियां दी। कार्यक्रम के संयोजक डॉ राजेश कुमार ने मिर्च प्रक्षेत्र पर लगी विभिन्न मिर्च के प्रजातियों एवं गुण विशेष के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। मिर्च की खेती में सूक्ष्म जीवों के महत्व के बारे में डॉ डी.पी सिंह, रोग प्रबंधन पर डॉ सुदर्शन मौर्या,  विषाणु प्रबंधन पर डॉ अच्युत सिंह एवं डॉ नागेन्द्रन एवं कीट प्रबंधन पर डॉ कुलदीप श्रीवास्तव ने विस्तार से किसानों को जानकारी दी। इस अवसर पर ब्लैक थ्रिप्स की समस्या से निपटने के लिए भी किसानों को सुझाव दिए गए। कार्यक्रम के सदस्य सचिव डॉ इंदीवर प्रसाद ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम का समन्वय डॉ राकेश कुमार दुबे द्वारा किया गया | पाठशाला में सम्मिलित किसानों ने मिर्च की उन्नत खेती के बारे में विस्तृत जानकारी मिलने पर प्रसन्ता व्यक्त की साथ ही भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रमों के आयोजन के लिए इच्छा प्रकट की।