भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा संविधान की उद्देशिका का द्वितीय चरण क्रियान्वयन

Sat, 07 December 2019

भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान वाराणसी द्वारा संस्थान के अधिकारियों/कर्मचारियों की उपस्थिति में संविधान दिवस अभियान-द्वितीय चरण संपन्न हुआ। इसमें डॉ. जगदीश सिंह, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान वाराणसी द्वारा संविधान के बारे में चल रहे इस अभियान में सभी को प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया। संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. हरे कृष्ण द्वारा भारतीय संविधान के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई। इन्होंने बताया कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा और विस्तृत संविधान है जो कि भारत में प्रभुत्व संपन्न, लोकतंत्रात्मक, पंथनिरपेक्ष, समाजवादी गणराज्य की स्थापना करता है| हमारा देश एक लोकतंत्रात्मक धर्मनिरपेक्ष राज्य है क्योंकि देश का प्रशासन, जनता के निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा संचालित किया जाता है| इसमें संसदीय सरकार की स्थापना की गई है, जिसमें संघात्मक व्यवस्था के अनुसार वास्तविक शक्ति मंत्रिपरिषद् के पास है, जो विधायिका के प्रति उत्तरदाई होता है और उसी के सदस्यों द्वारा निर्मित होता है| भारतीय संविधान की एक अन्य विशेषता मौलिक अधिकारों की घोषणा तथा मूल कर्तव्यों का उल्लेख है। संविधान के भाग 4 में ‘राज्य के नीति निदेशक तत्वों’ का उल्लेख भारतीय संविधान की एक अन्य विशेषता है, जिन्हें पूरा करना राज्य का पवित्र कर्तव्य माना गया है जैसे आदि अनेक बातें बताईं। इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. एस. के. वर्मा, विभागाध्यक्ष डॉ. पी. एम. सिंह, डॉ. के. के. पांडे, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, श्री एस. के. सिंह, प्रकाश मोदनवाल, तकनीकी सहायक, एवं अन्य कर्मचारियों के सहयोग से इस द्वितीय चरण को संपन्न कराया गया।